बच्चों में खाने की आदतें: क्या आपका बच्चा भी ‘पिकी ईटर’ है? जानने के लिए टेस्ट और उपाय!
बच्चों की खाने-पीने की आदतें अक्सर माता-पिता के लिए चिंता का विषय होती हैं। कुछ बच्चे हर चीज बड़े शौक से खाते हैं, वहीं कुछ खाने के मामले में बहुत नखरे दिखाते हैं। क्या आपका बच्चा भी कुछ खास चीजें ही खाता है और नई चीजें ट्राई करने से कतराता है? अगर हां, तो मुमकिन है कि आपका बच्चा ‘पिकी ईटर’ (Picky Eater) हो।
‘पिकी ईटर’ होना कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह बच्चे के विकास और पोषण पर असर डाल सकता है। इसलिए, यह जानना जरूरी है कि आपका बच्चा ‘पिकी ईटर’ है या नहीं, और अगर है तो इसे कैसे ठीक किया जाए। इस लेख में, हम ‘पिकी ईटर’ का पता लगाने के लिए एक टेस्ट और कुछ उपयोगी उपाय बताएंगे।
## ‘पिकी ईटर’ क्या होता है?
‘पिकी ईटर’ वह बच्चा होता है जो:
* कुछ खास तरह के खाने को ही पसंद करता है।
* नई चीजें ट्राई करने से डरता है या मना करता है।
* खाने की बनावट, रंग या गंध को लेकर बहुत संवेदनशील होता है।
* बहुत कम मात्रा में खाना खाता है।
* खाने के समय झगड़ा करता है या परेशान करता है।
यह ध्यान रखना जरूरी है कि सभी बच्चे कभी-कभी खाने में नखरे दिखाते हैं, लेकिन अगर यह आदत लगातार बनी रहती है, तो यह ‘पिकी ईटिंग’ हो सकती है।
## ‘पिकी ईटर’ टेस्ट:
यह टेस्ट आपको यह जानने में मदद करेगा कि आपका बच्चा ‘पिकी ईटर’ है या नहीं। नीचे दिए गए प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें और ईमानदारी से जवाब दें।
**निर्देश:** प्रत्येक प्रश्न के लिए, निम्नलिखित विकल्पों में से एक चुनें:
* हमेशा (5 अंक)
* अक्सर (4 अंक)
* कभी-कभी (3 अंक)
* शायद ही कभी (2 अंक)
* कभी नहीं (1 अंक)
**प्रश्न:**
1. क्या आपका बच्चा कुछ खास तरह के खाने को ही पसंद करता है?
2. क्या आपका बच्चा नई चीजें ट्राई करने से डरता है या मना करता है?
3. क्या आपका बच्चा खाने की बनावट, रंग या गंध को लेकर बहुत संवेदनशील होता है?
4. क्या आपका बच्चा बहुत कम मात्रा में खाना खाता है?
5. क्या आपका बच्चा खाने के समय झगड़ा करता है या परेशान करता है?
6. क्या आपका बच्चा फल और सब्जियां खाने से मना करता है?
7. क्या आपका बच्चा मांस या अन्य प्रोटीन स्रोतों को खाने से मना करता है?
8. क्या आपका बच्चा खाने को लेकर अपनी पसंद-नापसंद के बारे में बहुत मुखर होता है?
9. क्या आपका बच्चा खाने के समय ध्यान भटकाता है या खेलता है?
10. क्या आपका बच्चा खाने के बाद अक्सर भूख लगने की शिकायत करता है?
**स्कोरिंग:**
* **40-50 अंक:** आपका बच्चा ‘पिकी ईटर’ है।
* **30-39 अंक:** आपका बच्चा ‘पिकी ईटिंग’ की ओर बढ़ रहा है।
* **20-29 अंक:** आपके बच्चे की खाने की आदतें सामान्य हैं।
* **10-19 अंक:** आपके बच्चे की खाने की आदतें बहुत अच्छी हैं।
**यह ध्यान रखें:** यह टेस्ट सिर्फ एक अनुमान है। अगर आपको अपने बच्चे की खाने की आदतों के बारे में कोई चिंता है, तो डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह लें।
## ‘पिकी ईटर’ बच्चों को खाना खिलाने के उपाय:
अगर आपका बच्चा ‘पिकी ईटर’ है, तो निराश न हों। धैर्य और लगातार प्रयास से आप उसकी खाने की आदतों में सुधार कर सकते हैं। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं:
1. **धीरे-धीरे शुरुआत करें:**
नई चीजों को धीरे-धीरे बच्चे के खाने में शामिल करें। एक बार में बहुत सारी नई चीजें देने से वह डर सकता है। थोड़ी मात्रा में नई चीज दें और उसे ट्राई करने के लिए प्रोत्साहित करें। अगर वह नहीं खाता है, तो कोई बात नहीं। अगली बार फिर कोशिश करें।
2. **उसे चुनने दें:**
बच्चे को खाने के विकल्पों में से चुनने दें। इससे उसे लगेगा कि वह खाने पर नियंत्रण रखता है और वह नई चीजें ट्राई करने के लिए अधिक उत्सुक होगा। उदाहरण के लिए, आप उससे पूछ सकते हैं कि वह गाजर या मटर में से क्या खाना चाहता है।
3. **मजेदार बनाएं:**
खाने को मजेदार बनाएं। खाने को अलग-अलग आकार में काटें, रंगीन प्लेटों का इस्तेमाल करें, और खाने के साथ कहानियां सुनाएं। आप खाने को सजाकर भी आकर्षक बना सकते हैं।
4. **खुद खाएं:**
बच्चे को दिखाएं कि आप स्वस्थ चीजें खा रहे हैं। बच्चे अपने माता-पिता की नकल करते हैं, इसलिए अगर आप स्वस्थ चीजें खाएंगे, तो वह भी उन्हें ट्राई करने के लिए प्रेरित होगा।
5. **खाने के समय को सुखद बनाएं:**
खाने के समय को सुखद और आरामदायक बनाएं। टीवी बंद करें, मोबाइल फोन दूर रखें और परिवार के साथ बैठकर खाना खाएं। खाने के दौरान बच्चे से बात करें और उसे प्रोत्साहित करें।
6. **धैर्य रखें:**
‘पिकी ईटिंग’ को ठीक करने में समय लगता है। निराश न हों और लगातार प्रयास करते रहें। हर बच्चे की खाने की आदतें अलग होती हैं, इसलिए अपने बच्चे के लिए सबसे अच्छा काम करने वाले उपायों को खोजें।
7. **सकारात्मक रहें:**
खाने के बारे में सकारात्मक बातें करें। नकारात्मक टिप्पणी या दबाव डालने से बचें। यदि बच्चा थोड़ा सा भी खाता है, तो उसकी प्रशंसा करें।
8. **रोल मॉडल बनें:**
बच्चे अक्सर अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों की नकल करते हैं। इसलिए, स्वस्थ खाने की आदतों को अपनाएं और बच्चे के सामने अच्छे रोल मॉडल बनें। विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां और अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाएं, और बच्चे को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें।
9. **खाना पकाने में शामिल करें:**
बच्चे को खाना पकाने की प्रक्रिया में शामिल करें। उसे सब्जियों को धोने, सलाद बनाने या सूप में सामग्री डालने जैसे सरल कार्य करने दें। जब बच्चा भोजन तैयार करने में शामिल होता है, तो वह उसे खाने के लिए अधिक उत्सुक होता है।
10. **नाश्ता न छोड़ें:**
सुनिश्चित करें कि बच्चा हर दिन नाश्ता करता है। नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है, और यह बच्चे को ऊर्जा और पोषक तत्व प्रदान करता है। यदि बच्चा सुबह खाने से इनकार करता है, तो उसे फल, दही या स्मूदी जैसे हल्के और पौष्टिक विकल्प दें।
11. **स्नैक्स का समय निर्धारित करें:**
बच्चे को दिन भर में स्वस्थ स्नैक्स दें। फल, सब्जियां, दही, पनीर और नट्स जैसे पौष्टिक स्नैक्स चुनें। अस्वास्थ्यकर स्नैक्स, जैसे कि चिप्स, कैंडी और सोडा से बचें।
12. **एक ही भोजन बार-बार परोसें:**
एक ही भोजन को बार-बार परोसें, भले ही बच्चा उसे पहली बार में पसंद न करे। बच्चों को किसी नए स्वाद को पसंद करने में कई बार लग सकते हैं। हार न मानें और बच्चे को उस भोजन को बार-बार ट्राई करने के लिए प्रोत्साहित करते रहें।
13. **आहार विशेषज्ञ से सलाह लें:**
यदि आपको अपने बच्चे की खाने की आदतों के बारे में चिंता है, तो आहार विशेषज्ञ से सलाह लें। आहार विशेषज्ञ बच्चे की खाने की आदतों का मूल्यांकन कर सकता है और एक व्यक्तिगत भोजन योजना विकसित करने में आपकी मदद कर सकता है।
14. **पर्याप्त पानी पिलाएं:**
सुनिश्चित करें कि बच्चा दिन भर में पर्याप्त पानी पीता है। पानी शरीर को हाइड्रेटेड रखने और पाचन में मदद करता है। मीठे पेय, जैसे कि सोडा और जूस से बचें।
15. **चीनी और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों को सीमित करें:**
चीनी और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों को सीमित करें। ये खाद्य पदार्थ पोषक तत्वों में कम होते हैं और वजन बढ़ाने और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
16. **दबाव न डालें:**
बच्चे को खाने के लिए दबाव न डालें। दबाव डालने से बच्चा और भी अधिक खाने से इनकार कर सकता है। इसके बजाय, बच्चे को खाने के लिए प्रोत्साहित करें, लेकिन उसे मजबूर न करें।
17. **पुरस्कार न दें:**
खाने के लिए बच्चे को पुरस्कार न दें। पुरस्कार देने से बच्चा खाने को इनाम से जोड़ सकता है, जो अस्वास्थ्यकर खाने की आदतों को जन्म दे सकता है।
18. **उदाहरण बनें:**
अपने बच्चे के लिए एक अच्छा उदाहरण बनें। स्वस्थ खाने की आदतों को अपनाएं और बच्चे को दिखाएं कि आप विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां और अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाते हैं।
19. **लचीला बनें:**
हर दिन एक ही भोजन खिलाने की कोशिश न करें। बच्चों को अलग-अलग तरह के भोजन खिलाना महत्वपूर्ण है ताकि उन्हें सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।
20. **एक डायरी रखें:**
एक डायरी रखें जिसमें आप बच्चे द्वारा खाए गए सभी खाद्य पदार्थों को लिखें। इससे आपको यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि बच्चा क्या खा रहा है और उसे किन पोषक तत्वों की कमी है।
21. **समय सीमा निर्धारित करें:**
भोजन के लिए एक समय सीमा निर्धारित करें। यदि बच्चा 20-30 मिनट के बाद खाना नहीं खाता है, तो भोजन हटा दें। इससे बच्चे को यह पता चल जाएगा कि भोजन का समय महत्वपूर्ण है और उसे भोजन के दौरान खाने पर ध्यान देना चाहिए।
22. **मनोरंजन से बचें:**
खाने के दौरान बच्चे को मनोरंजन न करें। टीवी देखने, खेलने या किताबें पढ़ने से बचें। भोजन के दौरान बच्चे को खाने पर ध्यान देना चाहिए।
23. **ध्यान से सुनें:**
बच्चे को ध्यान से सुनें। यदि बच्चा किसी विशेष भोजन के बारे में शिकायत करता है, तो उसे ध्यान से सुनें और कारण जानने की कोशिश करें। हो सकता है कि बच्चे को भोजन का स्वाद पसंद न हो, या हो सकता है कि उसे भोजन की बनावट पसंद न हो।
24. **समस्याओं का समाधान करें:**
यदि बच्चे को किसी विशेष भोजन के बारे में कोई समस्या है, तो समस्या का समाधान करने की कोशिश करें। यदि बच्चे को भोजन का स्वाद पसंद नहीं है, तो आप उसे अलग-अलग मसालों के साथ परोस सकते हैं। यदि बच्चे को भोजन की बनावट पसंद नहीं है, तो आप उसे छोटे टुकड़ों में काट सकते हैं या उसे प्यूरी बना सकते हैं।
25. **सब्र रखें:**
‘पिकी ईटिंग’ को ठीक करने में समय लगता है। निराश न हों और धैर्य रखें। अपने बच्चे को स्वस्थ खाने की आदतों को विकसित करने में मदद करने के लिए लगातार प्रयास करते रहें।
## निष्कर्ष:
‘पिकी ईटिंग’ एक आम समस्या है, लेकिन यह बच्चे के विकास और पोषण पर असर डाल सकती है। इस लेख में दिए गए टेस्ट और उपायों का पालन करके आप यह जान सकते हैं कि आपका बच्चा ‘पिकी ईटर’ है या नहीं, और अगर है तो उसकी खाने की आदतों में सुधार कर सकते हैं। धैर्य रखें, लगातार प्रयास करें और अपने बच्चे को स्वस्थ खाने की आदतों को विकसित करने में मदद करें। अगर आपको कोई चिंता है, तो डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह लें।