अपने बच्चे को बताएं कि आप अलग हो रहे हैं: एक विस्तृत गाइड
तलाक या अलगाव एक परिवार के लिए बहुत मुश्किल समय हो सकता है, खासकर बच्चों के लिए। उन्हें यह समझने में कठिनाई हो सकती है कि क्या हो रहा है और वे डरे हुए, भ्रमित और असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। इसलिए, अपने बच्चों को अलगाव के बारे में बताना एक महत्वपूर्ण और नाजुक प्रक्रिया है जिसे सावधानीपूर्वक और संवेदनशीलता के साथ संभालने की आवश्यकता है।
यह लेख आपको अपने बच्चों को यह बताने के तरीके के बारे में विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान करेगा कि आप अलग हो रहे हैं, उन्हें सुरक्षित और समर्थित महसूस कराने के लिए क्या कहना है और क्या नहीं कहना है, और इस कठिन समय के दौरान उनका समर्थन कैसे करें।
## तैयारी
अलगाव के बारे में अपने बच्चों से बात करने से पहले, कुछ महत्वपूर्ण तैयारी करना आवश्यक है।
* **एक साथ बात करें:** सबसे पहले, अपने साथी के साथ मिलकर बात करें कि आप अपने बच्चों को क्या बताने जा रहे हैं। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप दोनों एक ही पृष्ठ पर हैं और एक संयुक्त मोर्चा पेश कर रहे हैं। इस बारे में सहमत हों कि आप क्या कहेंगे, इसे कैसे कहेंगे, और सवालों के जवाब कैसे देंगे।
* **समय का चुनाव:** बात करने के लिए सही समय और जगह चुनें। ऐसा समय चुनें जब आपके बच्चे शांत और आराम से हों, और जब आपके पास उनसे बात करने के लिए पर्याप्त समय हो। उन्हें बताएं कि आप उनसे एक महत्वपूर्ण विषय पर बात करना चाहते हैं और उनसे ध्यान देने के लिए कहें।
* **स्थान का चुनाव:** एक शांत और निजी जगह चुनें जहाँ आपको कोई परेशान न करे। यह घर पर, किसी पार्क में या किसी अन्य आरामदायक जगह पर हो सकता है।
* **अपनी भावनाओं को संभालें:** अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखें। यह एक भावनात्मक समय हो सकता है, लेकिन अपने बच्चों के सामने शांत और संयमित रहना महत्वपूर्ण है। यदि आप क्रोधित, उदास या चिंतित हैं, तो अपने बच्चों के साथ बात करने से पहले खुद को शांत करने के लिए कुछ समय निकालें।
* **धैर्य रखें:** धैर्य रखें। बच्चों को जानकारी को संसाधित करने और समायोजित करने में समय लगता है। उन्हें प्रश्न पूछने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए समय दें।
## क्या कहना है
अपने बच्चों को यह बताते समय कि आप अलग हो रहे हैं, कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए।
* **सरल और स्पष्ट रहें:** सरल और स्पष्ट भाषा का प्रयोग करें जिसे आपके बच्चे समझ सकें। जटिल कानूनी या वित्तीय विवरणों में न उलझें।
* **ईमानदार रहें:** ईमानदार रहें, लेकिन सब कुछ बताने की ज़रूरत नहीं है। अपने बच्चों को यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि आपके रिश्ते में क्या गलत हुआ, लेकिन उन्हें यह बताना महत्वपूर्ण है कि आप अलग क्यों हो रहे हैं।
* **यह आपकी गलती नहीं है:** अपने बच्चों को यह बताएं कि यह उनकी गलती नहीं है। उन्हें आश्वस्त करें कि आप दोनों उनसे प्यार करते हैं और यह अलगाव आपके प्यार को प्रभावित नहीं करेगा। यह सबसे महत्वपूर्ण बात है जिसे आपको कहने की आवश्यकता है। बच्चे अक्सर खुद को दोषी मानते हैं, इसलिए उन्हें यह जानना आवश्यक है कि वे जिम्मेदार नहीं हैं।
* **एकजुट रहें:** एक संयुक्त मोर्चा पेश करें। अपने बच्चों को यह दिखाएं कि आप दोनों अभी भी उनके माता-पिता हैं और आप दोनों मिलकर उनका समर्थन करेंगे।
* **भविष्य के बारे में बताएं:** भविष्य के बारे में बताएं। उन्हें बताएं कि चीजें कैसे बदलेंगी, जैसे कि वे कहाँ रहेंगे, वे अपने माता-पिता को कब देखेंगे, और स्कूल और अन्य गतिविधियों के बारे में क्या होगा।
* **सुरक्षा का आश्वासन दें:** उन्हें बताएं कि वे सुरक्षित हैं और आप उनकी देखभाल करेंगे। उन्हें आश्वस्त करें कि भले ही चीजें बदल रही हैं, लेकिन कुछ चीजें नहीं बदलेंगी, जैसे कि आपका प्यार और समर्थन।
* **उनकी भावनाओं को स्वीकार करें:** उनकी भावनाओं को स्वीकार करें। उन्हें बताएं कि यह ठीक है कि वे दुखी, क्रोधित, भ्रमित या डरे हुए महसूस कर रहे हैं। उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें।
* **उन्हें बताएं कि आप उनसे प्यार करते हैं:** उन्हें बताएं कि आप उनसे प्यार करते हैं और यह अलगाव आपके प्यार को प्रभावित नहीं करेगा। उन्हें गले लगाओ और उन्हें आश्वस्त करो कि आप हमेशा उनके लिए रहेंगे।
## क्या नहीं कहना है
अपने बच्चों को यह बताते समय कि आप अलग हो रहे हैं, कुछ चीजें हैं जिनसे आपको बचना चाहिए।
* **दोषारोपण न करें:** अपने साथी को दोष न दें। अपने बच्चों के सामने अपने साथी के बारे में नकारात्मक बातें न कहें। यह उन्हें भ्रमित और असुरक्षित महसूस कराएगा।
* **विस्तृत विवरण न दें:** बहुत अधिक जानकारी न दें। अपने बच्चों को अपने रिश्ते के बारे में बहुत अधिक जानकारी देने से बचें। उन्हें केवल यह जानने की ज़रूरत है कि आप अलग क्यों हो रहे हैं।
* **झूठे वादे न करें:** झूठे वादे न करें। अपने बच्चों से ऐसे वादे न करें जिन्हें आप निभा नहीं सकते। उदाहरण के लिए, उनसे यह न कहें कि चीजें जल्द ही सामान्य हो जाएंगी, जब आपको नहीं पता कि ऐसा होगा या नहीं।
* **उन्हें पक्ष चुनने के लिए न कहें:** उन्हें पक्ष चुनने के लिए न कहें। अपने बच्चों को अपने और अपने साथी के बीच में न डालें। उन्हें यह चुनने के लिए न कहें कि वे किसके साथ रहना चाहते हैं या किसे वे अधिक प्यार करते हैं।
* **उन्हें अपनी भावनाओं का ध्यान रखने के लिए न कहें:** उनसे यह न कहें कि उन्हें मजबूत होना चाहिए या रोना नहीं चाहिए। उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और संसाधित करने की अनुमति दें।
## आयु के अनुसार दृष्टिकोण
अलगाव के बारे में अपने बच्चों से बात करने का तरीका उनकी उम्र पर निर्भर करेगा।
* **छोटे बच्चे (3-6 वर्ष):** छोटे बच्चों को सरल और ठोस भाषा का प्रयोग करें। उन्हें बताएं कि आप अब एक साथ नहीं रहेंगे और वे दोनों घरों में समय बिताएंगे। उन्हें बताएं कि आप दोनों उनसे प्यार करते हैं और आप उनकी देखभाल करेंगे।
* **मध्यम आयु के बच्चे (7-12 वर्ष):** मध्यम आयु के बच्चे अधिक जानकारी को समझ सकते हैं, लेकिन उन्हें अभी भी सरल और स्पष्ट स्पष्टीकरण की आवश्यकता होती है। उन्हें बताएं कि आप अलग क्यों हो रहे हैं, लेकिन बहुत अधिक विवरण में न जाएं। उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें।
* **किशोर (13 वर्ष और उससे अधिक):** किशोर अधिक परिपक्व होते हैं और अधिक जटिल जानकारी को समझ सकते हैं। उनसे अधिक ईमानदारी से और खुले तौर पर बात करें। उन्हें बताएं कि आप अलग क्यों हो रहे हैं और भविष्य के बारे में आपके क्या विचार हैं। उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें।
## अलगाव के बाद अपने बच्चों का समर्थन कैसे करें
अलगाव के बाद अपने बच्चों का समर्थन करना महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
* **संगति बनाए रखें:** संगति बनाए रखें। अपने बच्चों के लिए एक स्थिर और अनुमानित वातावरण बनाए रखें। उनके शेड्यूल को यथासंभव सामान्य रखें और उन्हें बताएं कि क्या बदलने वाला है।
* **खुले रहें:** खुले रहें। अपने बच्चों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें। उनकी बात ध्यान से सुनें और उन्हें बताएं कि आप उनकी परवाह करते हैं।
* **धैर्य रखें:** धैर्य रखें। बच्चों को अलगाव को समायोजित करने में समय लगता है। धैर्य रखें और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करें।
* **समर्थन प्रदान करें:** समर्थन प्रदान करें। अपने बच्चों को बताएं कि आप उनसे प्यार करते हैं और आप उनकी देखभाल करेंगे। उन्हें बताएं कि वे अकेले नहीं हैं और आप हमेशा उनके लिए रहेंगे।
* **पेशेवर मदद लें:** यदि आवश्यक हो, तो पेशेवर मदद लें। यदि आपके बच्चे अलगाव के साथ संघर्ष कर रहे हैं, तो उन्हें परामर्शदाता या चिकित्सक से मिलने के लिए ले जाएं।
## अतिरिक्त सुझाव
* **किताबें पढ़ें:** बच्चों को अलगाव के बारे में समझाने में मदद करने के लिए कई अच्छी किताबें उपलब्ध हैं।
* **ऑनलाइन संसाधन खोजें:** कई ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं जो अलगाव से निपटने वाले परिवारों को सहायता प्रदान करते हैं।
* **समूह में शामिल हों:** अलगाव से गुजर रहे अन्य परिवारों के साथ एक सहायता समूह में शामिल हों।
* **अपने बच्चों के साथ समय बिताएं:** अपने बच्चों के साथ गुणवत्ता समय बिताएं। उनके साथ खेलें, पढ़ें, या बस बात करें।
* **खुद की देखभाल करें:** खुद की देखभाल करना न भूलें। अलगाव एक तनावपूर्ण समय हो सकता है, इसलिए अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।
## निष्कर्ष
अपने बच्चों को यह बताना कि आप अलग हो रहे हैं, एक मुश्किल और भावनात्मक प्रक्रिया है। लेकिन तैयारी करके, ईमानदार रहकर, और अपने बच्चों का समर्थन करके, आप उन्हें इस कठिन समय से गुजरने में मदद कर सकते हैं। याद रखें कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें बताएं कि आप उनसे प्यार करते हैं और आप हमेशा उनके लिए रहेंगे। उन्हें सुरक्षित, समर्थित और प्यार महसूस कराने पर ध्यान दें। यह प्रक्रिया आसान नहीं होगी, लेकिन आपके बच्चों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे यह जानें कि वे अकेले नहीं हैं और आप दोनों माता-पिता के रूप में मिलकर उनका समर्थन करेंगे। धैर्य रखें, सहानुभूति रखें, और अपने बच्चों की जरूरतों को प्राथमिकता दें। समय के साथ, वे अनुकूलन करना सीखेंगे और एक नए सामान्य को स्वीकार करेंगे। यदि आवश्यक हो तो पेशेवर मदद लेने में संकोच न करें, क्योंकि यह आपके बच्चों को इस परिवर्तन से सफलतापूर्वक निपटने में मदद कर सकता है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक बच्चा अलग होता है और अलग-अलग प्रतिक्रिया देगा। कुछ बच्चे तुरंत समझ जाएंगे और समायोजित हो जाएंगे, जबकि अन्य को अधिक समय लग सकता है। अपने बच्चों की भावनाओं और जरूरतों के प्रति संवेदनशील रहें और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करें। आखिरकार, आपका लक्ष्य उन्हें सुरक्षित, प्यार और समर्थित महसूस कराना है क्योंकि वे इस कठिन बदलाव से गुजरते हैं।